गुरुवार, 30 अप्रैल 2009

मुर्गा तंदूरी मिले अफजल करता मांग

मुर्गा तंदूरी मिले अफजल करता मांग
भूख मिटाने के लिए उसे दीजिए टांग
उसे दीजिए टांग वरुण गांधी को हैरत
उन्हें जेल में मिली सिर्फ लौकी बेलज्जत
दिव्यदृष्टि मेहमान बना लश्कर का गुर्गा
अफजल करता मांग मिले तंदूरी मुर्गा

1 टिप्पणी:

अनिल कान्त ने कहा…

तो दे दो न ...अब फांसी तो दी नहीं ...तो मुर्गा ही दे दो
अभी तो वो न जाने क्या क्या माँगेगा

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