tag:blogger.com,1999:blog-396567136082050824.post3055948834861289412..comments2023-07-11T04:31:59.529-07:00Comments on तीखी नज़र: उन्हें बांग्लादेश तुरत वापस भिजवाएदिव्यदृष्टिhttp://www.blogger.com/profile/09888249477901666199noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-396567136082050824.post-64205489738380400272009-08-10T09:18:40.195-07:002009-08-10T09:18:40.195-07:00फूलों की मत पूछो
पूरा कूड़ेदान सजा कर रखा है।
इधर ...फूलों की मत पूछो<br />पूरा कूड़ेदान सजा कर रखा है।<br />इधर उधर कहाँ जाते हो?<br />कहाँ थूकोगे, कहाँ मूतोगे?<br />देखो, तुम्हारे बिगाड़ने को,<br />पूरा हिन्दुस्तान बना रक्खा है।<br />______________________________<br /><br />यह शब्द पुष्टिकरण हटाएँ महोदय, निहायत ही बेकार सी उलझन है।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-396567136082050824.post-73193802961522228832009-08-10T01:56:43.123-07:002009-08-10T01:56:43.123-07:00नहीं भिजवाएंगे. हमें वोट चाहिए. यही हमारे वोटर हैं...नहीं भिजवाएंगे. हमें वोट चाहिए. यही हमारे वोटर हैं.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.com