चूहे को यदि गडकरी बतलायेंगे स्वान
मुहावरा साहित्य का हो इससे अपमान
हो इससे अपमान इसलिए पहले सीखें
बेशक उसके बाद सभा-रैली में चीखें
दिव्यृ़ष्टि ज्ञानी बन बोलें मोहक बोली
वरना होगी रुष्ट सियासी ग्वाला-टोली
गुरुवार, 13 मई 2010
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