दूर इलेक्शन का अभी दीखे सूत-कपास
लेकिन लट्ठमलट्ठ की वरुण अदाएं खास
वरुण अदाएं खास, सियासी चादर बुनते
'राजनीति की रुई' नित्य नफरत से धुनते
दिव्यदृष्टि फिरते हैं 'भगवा' ओढ़ दुशाला
लिए 'राम को गोद' चढ़ें सिंहासन लाला
राम-लला की कृपा से हों यदि सत्तासीन
'माया ठगिनी' के सभी बेर तुरत लें छीन
बेर तुरत लें छीन 'गुठलियां' सभी हटाएं
यूपी में 'बुतबाजों' को नित धूल चटाएं
दिव्यदृष्टि संजयसुत का अब यही अजंडा
लगा राम की मूर्ति बनें पॉलिटिकल पंडा
गुरुवार, 20 मई 2010
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