दहशतगर्द कसाब को फांसी आई याद
अपने पूर्व बयान से मुकर गया जल्लाद
मुकर गया जल्लाद हुई ज्यों ही सुनवाई
बतलाता निर्दोष स्वयं को आज कसाई
दिव्यदृष्टि है ढीठ बहुत ये जालिम बंदा
अत: गले में जल्द डालिए इसके फंदा
शुक्रवार, 18 दिसंबर 2009
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