हे सुंदरियो झाड़ दो विज्ञापन की गर्द
मानव दाढ़ी, मूंछ से कहलाता है मर्द
कहलाता है मर्द यही मशहूर कहावत
देता उन्हें समाज मानमय मीठी दावत
उन्हें भूलसे दिव्यदृष्टि बोलो मत लेजी
बेशक अपने हेतु चुनो मुछमुंडा क्रेजी
रविवार, 20 दिसंबर 2009
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1 टिप्पणी:
वाह वाह जी वाह वाह क्या खूब कहा आपने
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