शनिवार, 31 मई 2008

मगर न करिए भूलकर महंगाई का जिक्र

आम आदमी की बहुत मनमोहन को फिक्र
मगर न करिए भूल कर महंगाई का जिक्र
महंगाई का जिक्र, तनिक भी उन्हें न भाए
आसमान पर भले तेल की कीमत जाए
दिव्यदृष्टि मत पीट डियरनेस की तू डुग्गी
तज कर मोटर कार बैठ सरकारी बुग्गी

शुक्रवार, 30 मई 2008

नहीं सैकड़ा पार कर सके वीरू भाई

टिके न ज्यादा देर ज्यों बालू की दीवार
दुर्बल त्यों साबित हुए दिल्ली के दमदार
दिल्ली के दमदार गिरे औंधे मुंह सारे
धूल चाटते फिरे मार खाकर बेचारे
दिव्यदृष्टि रजवाड़ों ने जो रार मचाई
नहीं सैकड़ा पार कर सके वीरू भाई

चली न कोई चाल फंस गया खूनी पंजा

बनते थे जो कल तक ग्वाले अफलातून
बता रहा औकात अब उनको ही कानून
उनको ही कानून, कसा इस कदर शिकंजा
चली न कोई चाल फंस गया खूनी पंजा
दिव्यदृष्टि नीतीश हो गया मर कर नक्की
हत्यारे लेकिन जीवनभर पीसें चक्की

कोई मरियल शेर नहीं जाएगा ढाका

सचिन-गांगुली-द्रविड़ की छूट गई है रेल
नहीं तिकोनी में दिखे इन तीनों का खेल
इन तीनों का खेल, पड़ा दौरे पर डाका
कोई मरियल शेर नहीं जाएगा ढाका
दिव्यदृष्टि जब फौज खड़ी है हट्टी-कट्टी
बूढ़ों की क्यों करें भला फिर मरहम-पट्टी

गुरुवार, 29 मई 2008

आरक्षण के नाम पर करना चक्का जाम

आरक्षण के नाम पर करना चक्का जाम
ध्यानाकर्षण का नहीं कतई अच्छा काम
कतई अच्छा काम, हकीकत समझें गूजर
बेमतलब मत करें किसी का जीना दूभर
दिव्यदृष्टि मुमकिन होता दर्जा जनजाती
स्वयं कुंवर जी दौड़े आते लेकर पाती

बुधवार, 28 मई 2008

मार दिए नीतीश को ग्वाले बनकर गिद्ध

मार दिए नीतीश को ग्वाले बनकर गिद्ध
न्यायालय में हो गए दोषी दोनों सिद्ध
दोषी दोनों सिद्ध , बहुत थी नीयत खोटी
बूचर बना विकास काट दी बोटी-बोटी
है विशाल भी दिव्यदृष्टि दूजा हत्यारा
भगिनी के प्रेमी को उसने मिल कर मारा

मंगलवार, 27 मई 2008

ऊपर से अब तेल कर लगा रही सरकार

वैसे ही कुछ कम नहीं महंगाई की मार
ऊपर से अब तेल कर लगा रही सरकार
लगा रही सरकार , खोट नीयत में भारी
नहीं घटाते खर्च चिदम्बर क्यों सरकारी
दिव्यदृष्टि मनमोहन को कोई समझाए
आम आदमी ऐसे में कैसे जी पाए ?

सोमवार, 26 मई 2008

खूब लड़े रणबांकुरे जीता राजस्थान

खूब लड़े रणबांकुरे जीता राजस्थान
पिटे मुंबई इंडियन मिला न जीवनदान
मिला न जीवनदान रह गई छोटी चादर
फिर भी बढ़िया खेल दिखाए खूब बिरादर
' दिव्यदृष्टि ' यदि किस्मत थोड़ा साथ निभाती
' नन्हे मुन्ने ' की चौड़ी हो जाती छाती

बने कोटला कार्तिक सचमुच तारणहार

बने कोटला कार्तिक सचमुच तारणहार
दिल्ली की नैया तभी लग पाई है पार
लग पाई है पार, बची सेमी का आशा
मगर सचिन को हुई हार से बहुत निराशा
'दिव्यदृष्टि' आखिरी चार में है यदि जाना
दोनों को ही पड़े खूब करतब दिखलाना

सुपर शेर बन गए सभी गीदड़ बेचारे

रजवाड़ों की जीत का जारी है अभियान
जो भी आया सामने घटा उसी का मान
घटा उसी का मान मिली माटी में हसरत
चली गई बेकार सभी धोनी की कसरत
'दिव्यदृष्टि' फिर रहे धुरंधर मारे-मारे
सुपर शेर बन गए सभी गीदड़ बेचारे

सेमी में युवराज ने पक्की कर ली सीट

दक्कन चार्जर को गजब मोहाली में पीट
सेमी में युवराज ने पक्की कर ली सीट
पक्की कर ली सीट 18 अंक बटोरे
गए हैदराबाद लखन ले रिक्त कटोरे
दिव्यदृष्टि अब तलक पास पंजाबी पुत्तर
रजवाड़ों को देते देखो कैसा उत्तर

शुक्रवार, 23 मई 2008

लौट गए मायूस मगर सौरव कलकत्ता

वीरू-दादा पा गए बिना लड़े ही अंक
वर्षा के कारण बने फिर भी दोनों रंक
फिर भी दोनों रंक, राह सेमी की मुश्किल
पड़े दिखाई दूर अभी दिल्ली की मंजिल
दिव्यदृष्टि उम्मीद अभी बाकी अलबत्ता
लौट गए मायूस मगर सौरव कलकत्ता

गुरुवार, 22 मई 2008

गिरते-गिरते बच गई राहुल की दीवार

गिरते-गिरते बच गई राहुल की दीवार
जाते-जाते जीत का मिला उन्हें उपहार
मिला उन्हें उपहार खुशी से चमकी आंखें
आई मुद्दत बाद हाथ में तीन सलाखें
दिव्यदृष्टि आबाद हुआ दिल का वीराना
छलका फिर से जाम दिखा रोशन मयखाना

बुधवार, 21 मई 2008

किंग्स 11 की बची किसी तरह से लाज

किंग्स 11 की बची किसी तरह से लाज
सफल मुम्बई में हुए जिंटा के युवराज
जिंटा के युवराज , जीत के ढोलक बाजे
गिरी सचिन पर गाज नाचते भंगड़ा राजे
दिव्यदृष्टि आखिरी गेंद तक रार मचाई
मोहाली को फतह तभी हासिल हो पाई

मंगलवार, 20 मई 2008

लगी पराजय हाथ शाह का सीना धड़के

कैफ दिखाए कैफियत पीटे खूब पठान
बंगाली चीते हुए जमकर लहुलूहान
जमकर लहुलूहान राइडर मुहकी खाए
खत्म हुई उम्मीद नहीं सेमी जा पाए
दिव्यदृष्टि हो गए फेल दादा के लड़के
लगी पराजय हाथ शाह का सीना धड़के

पटरी पर सहवाग की आई दिल्ली मेल

पटरी पर सहवाग की आई दिल्ली मेल
मगर डालना पड़ेगा उनको काफी तेल
उनको काफी तेल, तभी सेमी तक जाएं
बीच राह से वरना वीरू वापस आएं
लगा रहे हैं जोर बहुत रॉयल चैलेंजर
नहीं बने तूफान मेल फिर भी पैसेंजर

सोमवार, 19 मई 2008

रहिए ड्रेसिंग रूम से दूर शाहरुख खान

आईसीसी ने किया है जारी फरमान
रहिए ड्रेसिंग रूम से दूर शाहरुख खान
दूर शाहरुख खान, रूल का आदर करिए
एक बार उत्साह भले ही जाकर भरिए
दिव्यदृष्टि यदि हुई दुबारा हुकुम अदूली
जोरदार जुर्माने की हो जल्द वसूली।

मन मसोस कर रह गए बेचारे सहवाग

मेहनत पर पानी फिरा बुझी चिलम की आग
मन मसोस कर रह गए बेचारे सहवाग
बेचारे सहवाग खेल दिखलाए चोखा
मिली न फिर भी जीत दिया किस्मत ने धोखा
दिव्यदृष्टि बाधा बन आईं बरखा रानी
बुझी चिलम की आग फिरा मेहनत पर पानी

करिए छोटे ठाकरे सोच समझ कर बात

नाहक भड़काएं नहीं जनता के जज़्बात
करिए छोटे ठाकरे सोच समझ कर बात
सोच समझ कर बात, मात खाएंगे वरना
भोले भाले लोग भुला दें आदर करना
दिव्यदृष्टि यह तथ्य साफ जैसे डे लाइट
शिवसेना का नहीं खेल पर कॉपी राइट

सिसकें 'जहांपनाह' बहे आखों से पानी

पोलक जयसूरिया हुए साबित फिर से घाघ
उनके आगे बन गए बकरी सारे बाघ
बकरी सारे बाघ, कटी सस्ते में गर्दन
दादा करते याद खूब मुंबइया मर्दन
सिसकें ' जहांपनाह ' बहे आखों से पानी
जश्न बनाएं उधर मगर नीता अंबानी

जीत गए वीरू भले दिल्ली का मैदान

जीत गए वीरू भले दिल्ली का मैदान
मगर आखिरी वक्त तक थी सांसत में जान
थी सांसत में जान , चार्जर बोले हल्ला
तभी अमित ने तोड़ दिया दक्कन का गमला
' दिव्यदृष्टि ' मिश्रा ने मारी ऐसी तिकड़ी
गश खा गिल्ली गिरे टीम की हालत बिगड़ी

बुधवार, 14 मई 2008

सचिन किए आगाज हिली धोनी की दुनिया

धोनी की दुनिया हिली सचिन किए आगाज
करें मुंबई इंडियन जयसुरिया पर नाज
जयसुरिया पर नाज सिंहली शेर दहाड़ा
बजा वानखेड़े विजयी पुरजोर नगाड़ा
दिव्यदृष्टि हो गए पराजित सारे गुनिया
सचिन किए आगाज हिली धोनी की दुनिया

करते हैं विस्फोट नाम पर जो जिहाद के

जो जिहाद के नाम पर करते हैं विस्फोट
उनकी नीयत में सदा पड़े दिखाई खोट
पड़े दिखाई खोट, चोट जनता पर करते
निरअपराध, निर्दोष लोग सड़कों पर मरते
दिव्यदृष्टि वे दुश्मन हैं मजहब, समाज के
करते हैं विस्फोट नाम पर जो जिहाद के

मनमोहन जी मिमियाना छोड़ो

प्रतिदिन बढ़ता जा रहा उग्रवाद का रोग
नेतागण खाएं मगर फिर भी छप्पन भोग
फिर भी छप्पन भोग, तराना सेकुलर गाएं
बेगुनाह मासूम भले नित जान गंवाएं
दिव्यदृष्टि मनमोहन जी मिमियाना छोड़ो
हूजी के हत्यारों की अब हड्डी तोड़ो

सोमवार, 12 मई 2008

खत्म हुआ चैलेंज छोकरे बने फिसड्डी

हाल टीम का देखकर दिल से निकली आह
दर्द द्रविड़ का बढ़ रहा तनिक न जिसकी थाह
तनिक न जिसकी थाह , निरंतर बढ़ती चिंता
वाह-वाह कर रही जीत पर जमकर जिंटा
' दिव्यदृष्टि ' दारू वाले की टूटी हड्डी
खत्म हुआ चैलेंज छोकरे बने फिसड्डी

दारू वाला आजकल दीख रहा ग़मगीन

दारूवाला आजकल दीख रहा ग़मगीन
बैगपाइपर की बजे बहुत बेसुरी बीन
बहुत बेसुरी बीन कान को रास न आए
देख टीम का हाल रोज़ वीरानी छाये
नोचे सिर के बाल पिटा ऐसा दीवाला
दीख रहा ग़मगीन आजकल दारू वाला

झूमे केकेआर बंधा लक्खन का बस्ता

किस्मत पर ढक्कन लगा हुई करारी हार
दादा ने दम साधकर खूब लगाई मार
खूब लगाई मार चार्जर भूले रस्ता
झूमे केकेआर बंधा लक्खन का बस्ता
किसको दिल का दाग दिखाएं जाकर दक्कन
हुई करारी हार लगा किस्मत का ढक्कन

रविवार, 11 मई 2008

रजवाड़ों ने किया रेत में दूभर जीना

जिसके भी ' पीछे पड़ा ' रॉयल राजस्थान
घटी टूर्नामेंट में उसी टीम की शान
उसी टीम की शान उछाली जमकर पगड़ी
हारे चौथी बार चौधरी हालत बिगड़ी
दिल्ली के दमदारों को आ रहा पसीना
रजवाड़ों ने किया रेत में दूभर जीना

लूट ले गए सुपर किंग पंजाबी ढाबा

पहली हैट्रिक मार कर बाला परम प्रसन्न
रुचे नहीं युवराज को कतई पानी अन्न
कतई पानी अन्न सन्न जिंटा के राजे
छोले फीके पड़े रंग सांबर का साजे
दिव्यदृष्टि रह गया रिक्त कुल्चे का छाबा
लूट ले गए सुपर किंग पंजाबी ढाबा

शुक्रवार, 9 मई 2008

जयपुर में भी जीत का चला तेज तूफान

जयपुर में भी जीत का चला तेज तूफान
बारी-बारी उड़ गए दक्कन के दरबान
दक्कन के दरबान दुर्ग को बचा न पाए
पड़ी पठानी मार बहुत रोए पछताए
दिव्यदृष्टि बरबस आया आंखों में पानी
पहुंच गए गुंबद पर रॉयल राजस्थानी

गुरुवार, 8 मई 2008

अपने ही घर में पिटे धोनी से सहवाग

अपने ही घर में पिटे धोनी से सहवाग
सुपरकिंग ने गजब का गाया मारू राग
गाया मारू राग बजाया जमकर तबला
नहीं चौधरी झेल सके थापों का हमला
दिव्यदृष्टि दिखलाई हिम्मत अच्छी खासी
दिल्ली का दम फुला गए फिर भी मद्रासी

तारे गिन गिन कर कटी रजवाड़ों की रात

तारे गिन गिन कर कटी रजवाड़ों की रात
पोलक ने दी शेन को सात विकेट मात सात
विकेट मात नहीं चल पाए रायल
इंच इंच कर दिए इंडियन उनको घायल
दिव्यदृष्टि राजस्थानी सस्ते में हारे
रजवाड़ों की रात कटी गिन गिन कर तारे

मिली दूसरी जीत घटा दक्कन का दुखड़ा

कंगारू कप्तान ने खेल दिखाया मस्त
सुपर किंग की टीम के हुए हौसले पस्त
हुए हौसले पस्त , बनाई सूरत रोनी
नहीं कर सके राज-काज कुछ गोनी धोनी
दिव्यदृष्टि हो गया मलिन माही का मुखड़ा
मिली दूसरी जीत घटा दक्कन का दुखड़ा।

पलक झपकते ढह गई राहुल की दीवार

संत - चावला ने किया इतना तेज प्रहार
पलक झपकते ढह गई राहुल की दीवार
राहुल की दीवार , पुन : चैलेंजर हारे
सपने चकनाचूर हुए चंदन वन सारे
दिव्यदृष्टि गमगीन माल्या भरते सिसकी
खाली रहा गिलास हाथ से बोतल खिसकी।

राजस्थानी रेत पड़ी आंखों में उड़ उड़

उड़ उड़ आंखों में पड़ी राजस्थानी रेत
सुपरकिंग के हो रहे सभी धुरंधर खेत
सभी धुरंधर खेत वीरगति पाए धोनी
शेन लिए शमशीर बनाए सूरत रोनी
दिव्यदृष्टि मद्रास केसरी देखें मुड़-मुड़
राजस्थानी रेत पड़ी आंखों में उड़ उड़

चकमा खाए चौधरी गए जीत से चूक

चकमा खाए चौधरी गए जीत से चूक
पोलक के हाथों पिटे निकली दिल से हूक
निकली दिल से हूक दिखा मुरझाया चेहरा
बनकर टूटे कहर आखरी पल में नेहरा
दिव्यदृष्टि अंबानी फूले नहीं समाए
गए जीत से चूक चौधरी चकमा खाए

जीत गए युवराज शाह की सेना हारी

किंग्स इलेवन के सभी लड़के निकले घाघ
उनके आगे बन गए बकरी सारे बाघ
बकरी सारे बाघ शेर पंजाबी गरजे
सुनकर तेज दहाड़ खान का सीना लरजे
दिव्यदृष्टि कर सके राइडर नहीं सवारी
जीत गए युवराज शाह की सेना हारी

घर लौटे मायूस लिए लक्खन मुंह लटका

दकन चार्जर जीत के पहुंचे जभी करीब
फिर से धोखा दे गया उनको तभी नसीब
उनको तभी नसीब हाथ मलते पछताते
दीखे राहुल द्रवि़ड़ झूमकर जश्न मनाते
दिव्यदृष्टि मारे चैलेंजर ऐसा झटका घर
लौटे मायूस लिए लक्खन मुंह लटका

तल्ख बयानी छोड़कर भाव दिखाएं भद्र

तल्ख बयानी छोड़कर भाव दिखाएं भद्र
एक-दूसरे की करें सभी खिलाड़ी कद्र
सभी खिलाड़ी कद्र खेल उत्तम दिखलाएं
वरना सौरभ-शेन सदृश जुर्माना पाएं
दिव्यदृष्टि इसलिए तजे हरकत बचकानी
भाव दिखाएं भद्र छोड़कर तल्ख बयानी

धोनी पर भारी पड़े दिल्ली के दमदार

धोनी पर भारी पड़े दिल्ली के दमदार
दीखे उनके सामने सुपरकिंग लाचार
सुपरकिंग लाचार जीत का नशा उतारा
हाल हुआ गंभीर उन्हीं के घर में मारा
दिव्यदृष्टि सहवाग मिटाए शेखी सारी
दिल्ली के दमदार पड़े धोनी पर भारी

गुरुवार, 1 मई 2008

नहीं कर सके पार द्रविड़ 10 रन की बाधा

दस रन की बाधा द्रविड़ नहीं कर सके पार
जीत गए इस वजह से दिल्ली के दमदार
दिल्ली के दमदार , पिटे रॉयल चैलेंजर
मार पड़ी गंभीर , चला वीरू का खंजर
दिव्यदृष्टि मैकग्रा ने खूब निशाना साधा
नहीं कर सके पार द्रविड़ 10 रन की बाधा
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