गुरुवार, 25 दिसंबर 2008

हुई पांचवीं बार अब फिर नीयत नापाक

चार बार भी हारकर कटी न उसकी नाक
हुई पांचवीं बार अब फिर नीयत नापाक
फिर नीयत नापाक, जंग का लिए इरादा
पहुंच गया सरहद पर पाकिस्तानी प्यादा
दिव्यदृष्टि इस बार हिन्द यदि करे चढ़ाई
दुश्मन के सब दांत तोड़ दें फौजी भाई

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