बुधवार, 15 अक्तूबर 2008

निवेशकों में मच रहा भारी हाहाकार

दुनिया भर में गिर रहे शेयर के बाजार
निवेशकों में मच रहा भारी हाहाकार
भारी हाहाकार , भाप बन गया रुपैया
दरक रही ' दीनार ' डूबती ' डालर ' नैया
दिव्यदृष्टि इसलिए करें कविताई घर में
शेयर के बाजार गिर रहे दुनिया भर में

1 टिप्पणी:

Vivek Gupta ने कहा…

सुंदर अभिव्यक्ति

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