गुरुवार, 30 अक्तूबर 2008

महाराष्ट्र के लोग समझ लें इसको भाई

करते हैं जो शिवाजी का पूरा सम्मान
वे कतई लेते नहीं निर्दोषों की जान
निर्दोषों की जान, नसीहत प्यारी मानें
महापुरुष का नाम नहीं कीचड़ में सानें
दिव्यदृष्टि वरना होगी उनकी रुसवाई
महाराष्ट्र के लोग समझ लें इसको भाई

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