ताव दिखाएं धरम जी खौल रहा है खून
मिलें जंगजू यदि उन्हें डालें उनको भून
डालें उनको भून , हृदय में भड़कें शोले
मगर साठ घंटे तक वीरू जुबां न खोले
दिव्यदृष्टि अब राका उनको सबक सिखाएं
खौल रहा है खून धरम जी ताव दिखाएं
सोमवार, 1 दिसंबर 2008
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2 टिप्पणियां:
'सब मिटटी के माधो हैं --किसे पुकार रहे हैं???
वीरू अब ठाकुर हो गया है। वर्ड वेरिफ़िकेशन का टैग हटा् ले तो कमेण्ट करने मे सुविधा होगी।
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