बुधवार, 24 दिसंबर 2008

कौन करेगा माया जी उसकी भरपाई?

बड़े शौक से जन्मदिन खूब मनाएं आप
मगर न छोड़ें राज्य में लूटमार की छाप
लूटमार की छाप, विधायक डालें डाका
जबरन चौथ वसूली का वे खींचें खाका
दिव्यदृष्टि जिस अभियन्ता ने जान गंवाई
कौन करेगा माया जी उसकी भरपाई?

5 टिप्‍पणियां:

hem pandey ने कहा…

अभी तो मुख्य मंत्री ही हैं. एक आदर्श प्रस्तुत कर दिया है. इसी आदर्श के बूते पर प्रधान मंत्री बनने का स्वप्न है.

Unknown ने कहा…

देवी के चरणों में उनके एक भक्त ने नरबलि दी है. ऐसे प्रश्न पूछ कर इस भक्ति का अपमान न करें.

दिवाकर प्रताप सिंह ने कहा…

एक इंजीयर की हत्या का वहिशयाना तौर-तरीका और फिर उसको मरी हुई हालत में थाने पर छोड़ आना यह स्वतः सिद्ध करता है कि शासन-प्रशासन नेताओं की रखैल बन चुकी है । क्या इसी को लोकतंत्र कहते हैं ?

निर्मला कपिला ने कहा…

aapki teekhi najar ko slaam

राजन् ने कहा…

"निसार मैं तेरी गलियों के ऐ वतन कि जहाँ
चली है रस्म कि कोई न सर उठा के चले" फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की ये पंक्तियाँ मानों एकदम साकार हो गईं है उत्तर प्रदेश में!

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