शुक्रवार, 3 अक्तूबर 2008

सौरभ, राहुल, सचिन रास्ता छोड़ें भाई

बहुत कर चुके हैं कृपा हम पर माई-बाप
मान सहित मैदान से घर जाएं अब आप
घर जाएं अब आप, कहे बीसीसीआई
सौरभ, राहुल, सचिन रास्ता छोड़ें भाई
दिव्यदृष्टि कम काम करे कुंबले का कंधा
अत: कहें अलविदा खोज लें दीगर धंधा।

1 टिप्पणी:

दीपक कुमार भानरे ने कहा…

प्रसिद्धि और पैसा किसको बुरा लगता है . जब देश और बी सी सी आई ढोने को तैयार ताओ , क्यों अपने से जाएँ , भले ही प्रदर्शन अच्छा दे न दे .

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