सोमवार, 6 अक्तूबर 2008

शर्मा का बलिदान कहें फर्जी जजबाती

धीरे-धीरे हो रहा साफ सियासी फ्रेम
दीखा दिल्ली में अमर वोट जुटाऊ प्रेम
वोट जुटाऊ प्रेम , पीटते बरबस छाती
शर्मा का बलिदान कहें फर्जी जजबाती
जारी किए बयान जामिया तीरे-तीरे
साफ सियासी फ्रेम हो रहा धीरे-धीरे

1 टिप्पणी:

दीपक कुमार भानरे ने कहा…

बहुत बढ़िया .
अब ऐसा है की चुनाव का समय आ गया है और अपनी पार्टी की लुटिया डूबती दिख रही है ताओ क्या करें खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे .

Powered By Blogger

यह मैं हूं

यह मैं हूं

ब्लॉग आर्काइव