रैगिंग का रोना अगर हुआ न जल्दी दूर
हो जाएगी कोर्ट फिर सख्ती को मजबूर
सख्ती को मजबूर, सजा वह शासन पाए
तुरत कारगर कदम राज्य जो नहीं उठाए
दिव्यदृष्टि सूना होगा कॉलिज का कोना
हुआ न जल्दी दूर अगर रैगिंग का रोना
सोमवार, 16 मार्च 2009
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
यह मैं हूं
ब्लॉग आर्काइव
-
▼
2009
(292)
-
▼
मार्च
(26)
- करें कसाई के लिए जो फांसी की मांग
- फर्जी डिग्री का सारा किस्सा खुल जाए
- खेल दिखा गंभीर नेपियर नाक बचाए
- बीजेपी के लिए चले वोटों की आंधी
- किसी गधे को तुझे पड़ेगा बाप बनाना
- कांग्रेस की नाव में निकले करने छेद
- नहीं शाह रुख टीम में सौरभ हों कप्तान
- कहीं जुआरी डुबा न दें कल उसकी नैया
- आम आदमी को दिया टाटा ने उपहार
- अगर विषवमन से मिले बीजेपी को वोट
- धोनी ने बतला दिया टीम इंडिया बेस्ट
- सर्वश्रेष्ठ है क्रिकेट में तारा सचिन महान
- कल जो बेटी थी गई अडवानी से रूठ
- भड़काऊ भाषा नहीं वरुण बोलिए आप
- हुआ न जल्दी दूर अगर रैगिंग का रोना
- होश फिजां के उड़ गए शादी हुई हलाक
- तभी समर्थन पर लगे बीएसपी की छाप
- आखिर तो लूजर-गेनर दोनों अंबानी
- खूब दिखाए चौधरी हैमिल्टन में हाथ
- जो रैगिंग के नाम पर ले साथी की जान
- लेक्चर देने आ गए बेशक हिन्दुस्तान
- सानी कोई सचिन का नहीं विश्व में आज
- जान बचाए टीम की जब से मियां खलील
- साठ साल में देश को बना दिया स्लमडाग
- लेकर नाम जिहाद का हुए सिरफिरे चुस्त
- राजनाथ से करें युद्ध की सब तैयारी
-
▼
मार्च
(26)
3 टिप्पणियां:
सही और सामयिक ।
बिल्कुल सही कह रहे हैं।
घुघूती बासूती
बिल्कुल सही कहना है आपका .. बहुत बढिया।
एक टिप्पणी भेजें