जरदारी की बात पर सहमत हुए नवाज
दोनों पूरा करेंगे मिलकर कॉमन काज
मिलकर कॉमन काज मुशर्रफ बाहर जाएं
इसकी खातिर संसद में अभियोग चलाएं
दिव्यदृष्टि हो उनकी खूब फजीहत भद्दी
बेहतर है खुद सदर छोड़ दें फौरन गद्दी
गुरुवार, 7 अगस्त 2008
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2 टिप्पणियां:
आपकी कलम बहुत तीखे प्रहार करती है.
पढ़ कर अच्छा लगता है.
बेहतरीन...
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