सरकारी घर में बहुत बदबू आये यार
मंत्रीजी को चाहिए बंगला खुशबूदार
बंगला खुशबूदार भले होटल में पाएं
कौन करे भुगतान सही वे नहीं बताएं
दिव्यदृष्टि नाहक नुक्ताचीनी करता है
प्यारे मोटा माल मिनिस्टर ही चरता है
मंगलवार, 8 सितंबर 2009
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1 टिप्पणी:
लाजवाब सच कहा है आभार्
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